Search Engine Optimization in hindi by unitdiploma
Search Engine Optimization (10 Periods)
What is SEO:- यह एक ऐसी तकनीक है जिससे हम अपने वेबपजे को सर्च मे टॉप (top) मे लाते है,seo एक process है जिसका use कर के हम अपने website को organic ranking increase कर सकते है search engines मे |
Types of SEO in Hindi
SEO दो प्रकार के होते है
1. On Page SEO
2. Off Page SEO
1. On-Page SEO :- On page SEO का काम website को ठीक तरह से design करना जो SEO friendly हो.
SEO के rule को follow कर अपने website मे template का इतेमाल करना. अछे contents लिखना और उनमे अछे keywords का इतेमाल करना जो search engine मे सबसे ज्यादा खोजी जाती है.
Keywords का इतेमाल page मे सही जगह करना जैसे Title, Meta description, content म keyword का इतेमाल करना इससे Google को जानने मे आसानी होती है कि आपका content किसके ऊपर लिखा गया है और आपके website को Google page पर rank करने मे मदद करता है जिससे आपके blog क traffic बढती है.
On Page SEO कैसे करे:-
यहाँ पर हम कुछ ऐसे techniques के बारे मे जानेगे जिसकी मदद से हम अपने Blog या Website को On Page SEO अछे तरीके से कर सकगे.
1. Website Speed :-Website speed एक बहुत ही महवपूण कड़ी है SEO के कणी से. एक survey से पाया गया है कि कि सी भी Visitor ज्यादा से ज्यादा 5 से 6 seconds ही कसी blog या website पर रहता है.
अगर वो इसी समय के भीतर नही खुला तब वो उसे छोड़ दुसरे ममे Migrate हो जाता है. और ये बात Google के लिए भी लागु होती है अगर आपका Blog जल्दी नही खुला तब एक negative signal Google के पास पँहुच जाता है कि ये blog उतनी अछ नही है या ये ज्यादा fast नही है. तो जितना हो सके अपनी साईट कि रफ़्तार अच्छी रख.
यहाँ मने कुछ important tips दीए है जिससे आप अपनी blog या website क speed fast कर सकते है
Simple और attractive theme का इतमाल कर ज्यादा plugins का इतेमाल न कर Image का size कम-से-कम रख W3 Total cache और WP super cache plugins का इतमाल करे
2. Website क Navigation अपनी blog या website मे इधर उधर जाना आसान होना चाहए जिससे कोइ भी visitor और Google को
एक पेज से दुसरे पेज मे जाने मे कोई परेशानी ना हो|
3. Title Tag
अपनी website मे टाइटल टैग बत ही अछा बनाए जिससे कोइ भी visitor उसे पढ़े तो उसे जल्दी से जल्दी आपके टाइटल पर Click कर दे इससे आपका CTR भी increase होगा.
कैसे बनाय अछे Title Tag : – अपने Title मे 65 word से ज्यादा Words का इतमाल न करे Google 65 words के बाद google searches मे title tag show नही करता है.
4. Post का URL कैसे लिख हमेशा अपने post का url आप जितना simple और छोटा हो सके उतना रख.
5. Internal Link ये अपने Post को rank करने के लए एक बेहतरीन तरीका है. इससे आप अपने Related Pages को एक सरे के साथ Interlinking कर सकते है . इससे आपके सभी Interlinked pages आसानी से rank हो सकते है
6. Alt Tag अपने Website के post म images का इस्तेमाल जरूर करे क्यो images से आप बत सारा traffic पा सकते ह इसलए image को इतमाल करते समय उसम ALT TAG लगाना ना भूले.
7. Content, Heading और keyword Content के बारे मे जैसे क हम सभी जानते है कि ये बात ही महवपूण कड़ी है. क्योकि Content को King भी कहा जाता है और जतनी अछ आपका Content होगी उतने अछे site क valuation होगी. इसलए कम से कम 800 words से यादा words के Content लिखे
Heading: अपने Article के Headings इससे SEO पर काफ impact पड़ता है. Article का Title तो H1 होता है और इसके बाद के Sub headings को आप H2, H3 इयाद से नामांकत कर सकते है इसके साथ आप focus keyword का जरूर इस्तेमाल करे.
Keyword : आप Article लिखते समय LSI Keyword का इस्तेमाल करे . इससे आप लोग के Searches को आसानी से link कर सकते है इसके साथ important keywords को BOLD कर जससे क Google और Visitors को ये पता चले क ये जरी Keywords ह और उनका ध्यान इसके तरफ आकर्षीत होगा |
2. Off-Page SEO
Off page SEO का सारा काम blog के बाहर होता है. Off page SEO मे हमे अपने blog का promotion करना होता है जैसे बहुत से popular blog म जाकर उनके article पर comment करना और अपने website का link submit करना इसे हम backlink कहते है . Backlink से website को बहुत फायेदा होता है.
Social networking site जैसे Facebook, twitter, Quora पर अपने website का attractive page बनाइये और अपने followers बढाइये इससे आपके website मे ज्यादा visitors बढ़ने के chances होते है .
बड़े बड़े blogs मे जो बहुत ही मसहुर है उनके blog पर guest post submit करीए इससे उनके blog पे आने वाले visitors आपको जानने लगगे और आपके website पर traffic आना शुरु हो जायेगा.
1. Search Engine Submission: अपनी वेबसाइट को सही तरीके से सारे सच इंजन मे submit करना चाहिए
2. Bookmarking: अपनी blog या website के page और post को Bookmarking वाली वेबसाइट म submit करना चाहिए
3.Directory Submission : अपनी blog या website को popular high PR वाली Directory म submit करना चाहिए
4.Social Media: अपनी blog या website का page और Social Media पर Profile बनाना चाहिए और अपनी वेबसाइट का link Ad कर दो like फेसबुक, गूगल+, twitter, LinkedIn
5.Classified Submission: Free Classified Website म जाकर अपनी वेबसाइट का मे advertise करना चाहिए
6. Q & A site: आप question and answer वाली वेबसाइट म जाकर कोई भी question कर सकते हो और अपनी साईट का लक लगा सकते है
7. Blog Commenting : अपने Blog से Related लॉग पर जाकर उनके पोस्ट मे कमेंट कर सकते है और अपनी website का link लगा सकते हो (link वही लगाना चाहए जहाँ website लिखा होता है)
8. Pin : आप अपनी Website के image को pinterest पर पोट कर सकते ह यह एक बहुत अछा तरीका है traffic increase करने का.
9. Guest Post: आप अपनी वेबसाइट से Related लॉग पर जाकर Guest Post कर सकते है यह सबसे अछा वे है जहाँ से आप do-follow link ले सकते ह और वो भी बलकुल सही तरीके से
Why SEO:- क्योकि 90 % से ज्यादा लोग जब गूगल जैसे सर्च इंजन पर कुछ search करते है तो सिर्फ first page पर आयी हुई websites को ही visit करतें है। बहुत कम लोग ही second page तक जाते हैं।
- हमारी website या blog पर traffic increase करने के लिये SEO करना जरुरी है।
- SEO करके हम बिना Google को पैसे दिये top page पर आ सकते है।
- आज कल किसी भी चीज के बारे में जानना हो तो लोग सबसे पहले google पर search करते हैं।
How Search Engine works:- आप search करते हो “what is seo” तो Search engine पहले से ही crawl और index की हुई Ranking list को आपके सामने ले आता है। जिसे search engine के bots और spider लगातार 24 hours crawl और index करके अपनी Ranking list बना लेते है। और जैसे ही आप कुछ सर्च करते है तो वह आपको search engine Result Page(SERP) पर दिखाई देती है।
search engine तीन step में काम करता है।
1. Crawling
2. Indexing
3. Ranking
Crawling :-Crawling एक websites के सारे डाटा को अधिग्रहण करना या एक websites क पूरी जानकारी को हासील करना. इस process मे website को scan करना, page का title या keywords की जानकारी, content मे कितने keywords है , images और कौन कौन से page मे link है website के साथ. लेकन आजकल के Modern crawler मे सायद तक एक webpage के पुरे cache को ही copy कर लेते ह. इसके साथ साथ पेज layout कैसा है, Advertise कहाँ कहाँ है , link कहाँ दिये गए है ये भी Store होता है
2. Indexing:- indexing एक process है जहाँ Crawl के दौरान जो भी डाटा मिलता है उन सभी डाटा को database मे place करना है. example आपके पास बोहत सारी books है . आप उन books के author name, books name, books के हर page को read करना Crawling है लेकन इन सब details को Listing करना ही Indexing है
.
Essential SEO guidelines for website owner, designer, blogger and content writer :
Keyword Research :- Keyword Research एक ऐसा Process है जिसकी Help से हम सर्च इंजन पे सब से ज़्यादा Search किये जाने वाले Term को Search करने के लिए Researching करते है ताकि इन Popular Search Terms को हम अपने Content में Add करके Search Engine में High-Rank Gain कर सके|
Backlink: इसके inlink या simply link भी कहा जाता है, ये एक hyperlink होता है किसी दुसरे website मे जो क आपके Website के तरफ इशारा करता है. Backlinks seo के नज़रए से बत ही महवपूण होता है, क्योकि ये किसी भी Webpage कि Search Ranking को directly influence करता है.
PageRank: PageRank एक algorithm है जसे क Google इस्तेमाल करता है ये अनुमान लगाने लिए की Web मे कोन कोन सी Relative important pages स्थित है
Anchor text: किसी भी backlink का Anchor Text के प्र कार का text होता है जो क clickable होता है. यदी आपके Anchor Text मे आपका Keyword मौजुद है तब तो ये आपको SEO कि द्रीष्टि से भी काफी मदद करेगा.
Title Tag: Title Tag मुख्य रुप से किसी भी Web Page का Title होता है और ये बहुत ही महवपूण factor है Google’s Search Algorithm के लिए.
Meta Tags: Title Tag के जैसे ही Meta Tag का इतमाल से Search Engines को ये पता चलता है कि Pages मे content मे स्थित है.
Search Algorithm: Google’s search algorithm क मदद से हम ये पता कर सकते है कि Internet मे कोन सी Web Pages relevant है . लगभग 200 algorithms काम करती ह Google के Search Algorithm मे .
SERP: इसके full form Search Engine Results Page. ये basically उही pages को show करता है जो क Google Search Engines के हसाब से Relevant है Keyword Density: ये Keyword Density से ये पता चलता है कि कितनी बार कोई भी Keyword article मे कितनी बार इतमाल कि गयी है . Keyword Density SEO कि द्रीष्टि से काफी महवपूण है.
Keyword Stuffing: जैसे क मने पहले ही कहा क Keyword Density SEO की द्रीष्टि से काफ महवपूण है लेकन अगर कोई Keyword को जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल किया जाये तो उसे Keyword Stuffing कहते है . ये Negative SEO कहलाता है क्योकि इससे आपके Blog पर ख़राब असर पड़ता है.
Robots.txt: ये ज्यादा कुछ नही बस एक File होती है जिसे कि Domain के Root मे रखा जाता है. इसके इतमाल से search बोट्स को ये सूचत किया जाता है कि Website की Structure कैसी है|
Google Trends:- Google Trend एक टूल है जो समय के साथ होने वाले हर बदलाव को रिकार्ड करता है और उसे ग्राफ के रूप मे हमे दिखाता है ये टूल हमे ये भी बताता है की कौन से keyword कितनी बार लोगो ने और कौन कौन से लोकेशन से सर्च किया है इससे हुमे ये जानने मे मदत मिलता है उस keyword को इस्तेमाल करने से हमे फायदा होगा या नहीं |
Google Trend Tool कै से Use करे?
Step1: सबसे पहले आपको https://trends.google.com/trends की वेबसाइट पर जाना है.
Step2: अब आपके सामने Google Trends वेबसाइट ओपन हो जाएगी।
1. ऊपर search box मे अपने keywords को type करने के बाद आपको पता चल जायेगा की वो कीवड इस समय कितना सच हो रहा है.
2. All Catagories पर क्लिक करके आप अपनी catagories के हिसाब से भी Google search trend के बारे म पता कर सकते हो.
3. आप अपने Country के हिसाब से भी trends keywords पता कर सकते हो.
Step3: मने यहां पर Catagories or Country के हिसाब से चेक किया है..
Step4: अब आप देख सकते हो की India मे Science or Technology मे Search Trend मे क्या चल रहा है.
Step5: आप Stories पर क्लिक करके उसके बारे मे और भी बहुत से डिटेल पता कर सकते हो. जैसे: top articles, interest, top queries or more
Local SEO :-
ये दो शब्दो से मिलकर बना है Local + SEO. Local यानि की किसी local audience को ध्यान मे रखकर किया जाने वाला SEO को Local SEO कहा जाता है.
यह एक ऐसे technique है जिसम की आपकी website या blog को ख़ास तोर से optimize किया जाता है जिससे की search engine पर बेहतर rank करे एक local audience के लिए
वैसे एक website की मदद से आप पुरे internet को target कर सकते ह, वह अगर आपको एक paticular locality को ही target करना है तब इसके लए आपको Local Seo का इतमाल करना होगा.
यहाँ पर आप केवल अपने ही किसी local area को ही target करते है और उसी हसाब से आपके site को seo optimized करते है तब इस प्रकार के SEO को “local SEO” कहा जाता है.
SEO-friendly Domain Name:-जब भी आप domain खरीदे तो सबसे पहले top level domain लेना चाहिए google इसे ज्यादा महत्व देता है किसी भी डोमेन के लेवल को right to left की ओर से समझा जाता है सर्च इंजिन मे टॉप लेवल डोमेन का ज्यादा महत्व है और ये seo friendly होते है