Software Engineering

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ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डिजाइन (Object-oriented design)

ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डिजाइन Object-oriented Design ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डिजाइन तकनी  (objea-oriented deign technique) ने सॉफ्टवेयर विकास की प्रक्रिया में क्रांति (revolution) ला दिया था। इसमें न केवल स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग (Guructured programming) की सबसे अच्छी विशेषताएँ (features) शामिला बल्कि कुछ नई और शक्तिशाली विशेषताएँ (powerful features) भी हैं, जैसे कि एनकैप्सुलेशन (encapsulations एव्सट्रक्शन (abstraction), इनहेरिटंस (inheritance) और पोलिमोर्फिज्म (polymorphism) इन नई विशेषताओ (features) ने अच्छी तरह से डिजाइन (well-designed) और उच्च गुणवत्ता (high-quality) व सॉफ्टवेयर के विकास में अत्यधिक (remendously) मदद की है।  ब्जेिक्ट-ओरिएंटेड (objear-oriented) तकनीकों (techniques) का इन दिनों व्यापक रूप से उपयोग...
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ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डिजाइन (Object-oriented design)

ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डिजाइन Object-oriented Design ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डिजाइन तकनी  (objea-oriented deign technique) ने सॉफ्टवेयर विकास की प्रक्रिया में क्रांति (revolution) ला दिया था। इसमें न केवल स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग (Guructured programming) की सबसे अच्छी विशेषताएँ (features) शामिला बल्कि कुछ नई और शक्तिशाली विशेषताएँ (powerful features) भी हैं, जैसे कि एनकैप्सुलेशन (encapsulations एव्सट्रक्शन (abstraction), इनहेरिटंस (inheritance) और पोलिमोर्फिज्म (polymorphism) इन नई विशेषताओ (features) ने अच्छी तरह से डिजाइन (well-designed) और उच्च गुणवत्ता (high-quality) व सॉफ्टवेयर के विकास में अत्यधिक (remendously) मदद की है।  ब्जेिक्ट-ओरिएंटेड (objear-oriented) तकनीकों (techniques) का इन दिनों व्यापक रूप से उपयोग...
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कंट्रोल-फ्तो बेस्ड डिजाइन (Control flow based design)

कंट्रोल-फ्लो बेस्ड डिजाइन Control Fow Based Design शक्तिशाली मशीनों (powerful machines)  और हाई-लेवल लैंग्वेज (high-level language) के आगमन के साथ, कम्प्यूटर का उपयोग तेजी से बढ़ा। इसके अलावा, प्रोग्रामों (programs) की प्रकृति भी सरल से जटिल (simple to complex) मे बदल गई। बढ़े हुए आकार (urcreased size) और जटिलता (complexity) को व्यक्तिगत शैली (individual style) द्वारा प्रबंधित नहीं किया जा सकता था। यह विश्लेषण (analyzed) किया गया था कि कंट्रोल-फ्लो (control flow) की स्पष्टता (clarity) का बहुत महत्त्व है। प्रोग्रामर (programmer) को अच्छे कंट्रोल-पलो स्ट्रक्चर (control-flow structure) वाले प्रोग्रामों को...
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प्रारम्भिक कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग (Early computer programming)

  प्रारम्भिक कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग Early Computer Programming हम जानते हैं, कि 1950 की शुरूआत में, कम्प्यूटर धीमे (slow) और महँगे (expensive) घे। जबकि उस समय के प्रोग्राम (program) आकार में बहुत छोटे थे। कम्प्यूटरों को प्रोसेस (process) करने में काफी समय लगता था। वे असेंबली लैंग्वेज (assembly language) पर निर्भर थे जो कम्प्यूटर आर्किटेक्चर (computer architecture) के लिए विनिर्दिष्ट (specific) थी। इस प्रकार, एक प्रोग्राम (program) को विकसित करने में बहुत प्रयास (effort) की जरूरत होती थी। प्रत्येक प्रोग्रामर (programmer) प्रोग्राम  (program) को विकसित करने के लिए अपनी शैली (style) का...
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. Introduction to Software Engineering सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का परिचय

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का अर्थ एक ऐसी इंजीनियरिंग से है जिसमें कम्प्यूटर सिस्टम तथा किसा अन्य  इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए सॉफ्टवेयर का निर्माण किया जाता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में सिस्टम निम्न प्रकार के होते है  (1) Physical system, (ii) Abstract system, (ili) Open system, (iv) Closed system, (v) Man-made information system.  1. भौतिक सिस्टम Physical system एक सिस्टम में विभिन्न घटकों का समावेश होता है। भौतिक सिस्टम ऐसी  वस्तुओं का समूह होता है, जो वास्तव में उपस्थित हों, उनका भौतिक रूप होता है। ये Tangible or visible होती हैं अर्थात् tangible...